बिहार सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए “Bihar Poultry Farm Yojana” शुरू की है। इस योजना के तहत, सरकार मुर्गी पालन के लिए 3 लाख से 40 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रही है।
युवा अपना पोल्ट्री फार्म शुरू करके आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी बढ़ेगा।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज और पात्रता के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 क्या है?
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। यह योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के बारे में जानकारी
इस योजना के तहत, सरकार मुर्गी पालन के लिए प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दे रही है। युवा अपना पोल्ट्री फार्म शुरू कर सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इस योजना के तहत 10,000 लेयर वाले 31 पोल्ट्री फार्म और 5,000 लेयर वाले 46 पोल्ट्री फार्म खोलने का प्रावधान है।
पोल्ट्री फार्मिंग योजना के उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार के युवाओं को रोजगार देना है। सरकार उन्हें पोल्ट्री फार्म की स्थापना और संचालन के बारे सिखाती है। इससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
“बिहार सरकार द्वारा बिहार के बेरोजगार युवाओं और किसानों के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए पोल्ट्री फार्म योजना 2024 की शुरुआत की गई है।”
पोल्ट्री फार्म योजना के लाभ
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 में कई लाभ हैं। सरकार पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए 30-50% तक आर्थिक सहायता देती है। इससे फार्म खोलना आसान हो जाता है।
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान बेरोजगार युवाओं को मुर्गी पालन के व्यापक प्रशिक्षण देता है। यह युवाओं को पोल्ट्री फार्मिंग के कौशल सिखाता है। इससे उनकी आय वृद्धि होती है।
पोल्ट्री फार्म से अंडे और मांस का अच्छा उत्पादन होता है। किसान इन्हें बेचकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इस तरह, पोल्ट्री फार्मिंग किसानों के लिए फायदेमंद हो जाता है।

“बिहार पोल्ट्री फार्म योजना ने मेरी जिंदगी में बदलाव लाया है। अब मैं अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकता हूं और अपनी आय भी बढ़ा सकता हूं।”- राम कुमार, पोल्ट्री किसान
आवश्यक दस्तावेज
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना में शामिल होने के लिए, आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होने चाहिए। इसमें शामिल हैं:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
- भूमि दस्तावेज
- ई-मेल आईडी
- मोबाइल नंबर
पात्रता मानदंड
यदि आप बिहार पोल्ट्री फार्म योजना में शामिल होना चाहते हैं, तो कुछ नियम हैं।
- आपको बिहार में पैदा होना चाहिए।
- आपकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- आपके परिवार में कोई सरकारी नौकरी नहीं होनी चाहिए।
- आपके पास खुद की भूमि होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन होता है। आपको अपने सभी दस्तावेज़ जमा करने होंगे।
इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण, आय प्रमाण, जाति प्रमाण, बैंक विवरण, भूमि दस्तावेज, ई-मेल आईडी और मोबाइल नंबर शामिल हैं।
“बिहार पोल्ट्री फार्म योजना में शामिल होने के लिए पूर्ण दस्तावेज़ एकत्रित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
प्रशिक्षण और प्रमाणीकरण
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के तहत, केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, बरेली में नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पोल्ट्री फार्म प्रशिक्षण के माध्यम से बॉयलर, टर्की, बटेर और देसी मुर्गी पालन की विस्तृत जानकारी दी जाती है।
योजना के तहत, सामान्य और पिछड़े वर्ग के लिए प्रशिक्षण की फीस ₹1000 है, जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए ₹600 है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, लाभार्थियों को प्रमाणीकरण प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाते हैं।
“इस प्रशिक्षण में मुझे पोल्ट्री फार्मिंग की बुनियादी जानकारी मिली और मैंने प्रमाणीकरण भी प्राप्त किया। यह योजना वास्तव में बहुत लाभकारी है।”
– राहुल कुमार, एक लाभार्थी
प्रशिक्षण और प्रमाणीकरण प्राप्त करना बिहार पोल्ट्री फार्म योजना का महत्वपूर्ण पहलू है। यह लाभार्थियों को पोल्ट्री उद्योग में सफल होने में मदद करता है। यह सुनिश्चित करता है कि उन्हें उचित कौशल और ज्ञान प्राप्त हो।

इस प्रकार, पोल्ट्री फार्म प्रशिक्षण और प्रमाणीकरण बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के महत्वपूर्ण घटक हैं। यह लाभार्थियों को व्यवसाय में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करते हैं।
सब्सिडी और वित्तीय सहायता
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 के तहत, सरकार ने साधारण वर्ग के लोगों के लिए एक बड़ा फैसला किया है। उन्हें मुर्गी फार्म शुरू करने और चलाने के लिए 30% तक की सब्सिडी दी जाएगी।
10,000 मुर्गियों के लिए, अधिकतम सब्सिडी ₹30 लाख है। 5,000 मुर्गियों के लिए, यह ₹14.55 लाख है। 3,000 मुर्गियों के लिए, सब्सिडी ₹3 लाख है।
अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए सब्सिडी
अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के लिए, योजना में विशेष सुविधाएं हैं। 10,000 मुर्गियों के लिए, उन्हें 40% सब्सिडी मिलती है। 5,000 मुर्गियों के लिए, यह 40% है। 3,000 मुर्गियों के लिए, सब्सिडी 50% है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना ने उद्यमियों को मदद की है। यह समाज के वंचित वर्गों को रोजगार देने में भी मदद करती है।
बैंक लोन और ब्याज दरें
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 के तहत, लाभार्थियों को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है। सामान्य वर्ग के लोगों को इकाई लागत का 70% तक लोन दिया जाता है। वहीं, अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लोगों को 60% तक लोन मिलता है।
इस लोन की ब्याज दर बहुत कम होती है। यह लाभार्थियों को अपने पोल्ट्री फार्म को शुरू करने में मदद करती है।
पोल्ट्री फार्म लोन योजना 2024 के तहत, उद्यमियों को 9 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। ब्याज दर 10.75% से शुरू होती है। लोन की अवधि 3 से 5 साल तक होती है।
इसके अलावा, लाभार्थियों को लोन राशि पर 33% की सब्सिडी भी मिलती है।
लोन लेने के लिए, आवेदक को कम से कम 3 एकड़ भूमि और सेविंग्स बैंक खाता चाहिए। पोल्ट्री फार्मिंग के लिए आवश्यक अनुमतियां भी आवश्यक हैं।
योजना में भारतीय स्टेट बैंक, IDBI बैंक, फेडरल बैंक और पंजाब नेशनल बैंक शामिल हैं।
पोल्ट्री फार्म लोन विवरण | लाभ |
---|---|
लोन राशि | 9 लाख रुपये तक |
ब्याज दर | 10.75% से शुरू |
लोन की अवधि | 3 से 5 साल |
सब्सिडी | 33% लोन राशि पर |
इस तरह, बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 के तहत, पोल्ट्री उद्यमियों को मदद मिलती है। कम ब्याज दर और सब्सिडी सहायता उन्हें अपने व्यवसाय को शुरू करने में मदद करती है।
Bihar Poultry Farm Yojana 2024: महत्वपूर्ण तिथियां
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 के लिए कुछ महत्वपूर्ण तिथियाँ हैं:
- आधिकारिक अधिसूचना जारी: 13 सितंबर 2024
- आवेदन शुरू होने की तारीख: 13 सितंबर 2024
- ब्रायलर मुर्गी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 04 अक्टूबर 2024
- लेयर मुर्गी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 13 अक्टूबर 2024
- आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन
बिहार के पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री फार्म योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत, सरकार लेयर और ब्रायलर मुर्गी फार्म लगाने के लिए अनुदान दे रही है।
सामान्य वर्ग के लिए 10,000 और 5,000 क्षमता वाले फार्मों के लिए अनुदान है। अनुसूचित जाति के लिए भी 10,000 क्षमता वाले फार्मों के लिए अनुदान और भूमि की आवश्यकता है।
योजना के तहत चयन प्रक्रिया और ऋण/स्वलागत के नियम जानकारी दी गई है। आवेदन की अंतिम तिथियों और आवश्यक दस्तावेजों की सूची भी दी गई है।
इस योजना का काम राज्य के सभी जिलों में होगा। इससे पोल्ट्री फार्मों की संख्या बढ़ेगी।
“इस योजना से लाभार्थियों को प्रशिक्षण मिलेगा। ‘पहले आओ, पहले पाओ’ नीति लागू होगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।”

पोल्ट्री फार्म प्रबंधन
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना में, मुर्गियों का स्वास्थ्य सबसे पहले है। उन्हें सही टीके, चारा और पानी दिया जाता है। उनके रहने के स्थान भी साफ और सुरक्षित रखे जाते हैं।
इन कदमों से मुर्गियों की उत्पादकता और स्वास्थ्य में सुधार होता है। इससे किसानों को अधिक लाभ होता है।
मुर्गियों का स्वास्थ्य और देखभाल
पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों की देखभाल के लिए विशेष कदम उठाए जाते हैं। उन्हें समय पर टीके दिए जाते हैं।
उन्हें पौष्टिक चारा और स्वच्छ पानी दिया जाता है। उनके रहने के स्थान भी साफ रखे जाते हैं।
इन उपायों से मुर्गियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। इससे उनकी उत्पादकता बढ़ती है। किसानों को अधिक लाभ मिलता है।
बाजार और बिक्री विकल्प
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के तहत, किसानों को बाजार और बिक्री विकल्पों के साथ जोड़ा जाता है। इससे उन्हें अपने उत्पादों को बेहतर मूल्य पर बेचने में मदद मिलती है।
उनकी आय बढ़ती है। योजना के माध्यम से उन्हें विपणन और बिक्री रणनीतियों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
FAQ
क्या बिहार पोल्ट्री फार्म योजना क्या है?
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 एक सरकारी कार्यक्रम है। यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के युवाओं को रोजगार देने के लिए है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के क्या उद्देश्य हैं?
इस योजना का उद्देश्य युवाओं को पोल्ट्री फार्मिंग में रोजगार देना है। सरकार उन्हें पोल्ट्री फार्म चलाने के लिए पूरी जानकारी देती है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के क्या लाभ हैं?
इस योजना के कई लाभ हैं। सरकार 30-50% सब्सिडी देती है, जिससे फार्म खोलना आसान हो जाता है।
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान युवाओं को प्रशिक्षण भी देता है। पोल्ट्री फार्म से अंडे और मांस बेचकर आय बढ़ाई जा सकती है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता है?
आवेदन करने के लिए कुछ शर्तें हैं। आवेदक बिहार का मूल निवासी होना चाहिए। आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
परिवार में सरकारी नौकरी नहीं होनी चाहिए। आवेदक के पास खुद की भूमि होनी चाहिए।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के लिए आवेदन कैसे किया जाता है?
आवेदन ऑनलाइन किया जाता है। आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा। इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, निवास प्रमाण शामिल हैं।
इन दस्तावेजों के बाद, आवेदन को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए क्या प्रशिक्षण उपलब्ध है?
केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान, बरेली में प्रशिक्षण कार्यक्रम होते हैं। इसमें बॉयलर, टर्की, बटेर और देसी मुर्गी पालन की जानकारी दी जाती है।
सामान्य वर्ग के लिए प्रशिक्षण की फीस ₹1000 है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए ₹600। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिए जाते हैं।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना के तहत क्या सब्सिडी मिलती है?
सरकार साधारण वर्ग के लाभार्थियों को 30% सब्सिडी देती है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए यह 40-50% तक हो सकती है।
पोल्ट्री फार्म के लिए कम ब्याज दर पर लोन कैसे मिलेगा?
लाभार्थियों को कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा। सामान्य वर्ग के लिए इकाई लागत का 70% तक का लोन दिया जाता है।
अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए यह 60% तक है। लोन की ब्याज दर भी कम होती है, जिससे फार्म शुरू करने में मदद मिलती है।
बिहार पोल्ट्री फार्म योजना 2024 के लिए महत्वपूर्ण तिथियां क्या हैं?
महत्वपूर्ण तिथियां इस प्रकार हैं: आधिकारिक अधिसूचना जारी: 13 सितंबर 2024 आवेदन शुरू होने की तारीख: 13 सितंबर 2024 ब्रायलर मुर्गी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 04 अक्टूबर 2024 लेयर मुर्गी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि: 13 अक्टूबर 2024 आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन
पोल्ट्री फार्म सफलतापूर्वक चलाने के लिए क्या करना चाहिए?
सफलता के लिए मुर्गियों का स्वास्थ्य और देखभाल महत्वपूर्ण है। उन्हें टीके लगवाना, उचित चारा और पानी देना आवश्यक है।
उनके निवास स्थान को स्वच्छ और सुरक्षित रखना भी जरूरी है। इससे मुर्गियों की उत्पादकता और स्वास्थ्य में सुधार होगा।