Mukhyamantri Gyan Protsahan Yojana (मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना) के तहत मेधावी छात्रों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता मिलेगी। आवेदन प्रक्रिया और पात्रता की जानकारी यहां प्राप्त करें।
छत्तीसगढ़ की सरकार ने एक योजना शुरू की है। यह “मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना” का नाम है।
इस योजना के तहत, पढ़ाई में अच्छा करने वाले छात्रों को 15 हजार रुपये मिलते हैं।
सरकार का मकसद है कि छात्र अच्छे अंकों से पास हों।
एससी और एसटी वर्ग के मेधावी छात्रों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्हें 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना क्या है?
छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना शुरू की है। यह योजना अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए है।
यह योजना उन छात्रों को आर्थिक सहायता देती है जो 10वीं और 12वीं में अच्छा प्रदर्शन करते हैं।
योजना का उद्देश्य और कार्यक्षेत्र
इस योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करना है।
यह योजना उन छात्रों के लिए है जिन्होंने 10वीं और 12वीं में अच्छा किया है। पूरे छत्तीसगढ़ में यह योजना लागू है।
“मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे अपने अभूतपूर्व प्रयासों से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज में अग्रणी भूमिका निभा सकें।”
योजना के तहत पात्रता मानदंड
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए, कुछ नियम हैं।
- आवेदक छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
- आवेदक अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति वर्ग की सूची में शामिल होना चाहिए।
- आवेदक ने अपनी 10वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हों और मेरिट सूची में स्थान प्राप्त किया हो।
- 10वीं पास आवेदक 11वीं में और 12वीं पास आवेदक कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर अध्ययनरत हो।
इन मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवार ही इस योजना के तहत लाभान्वित हो सकेंगे।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गई है। इसका उद्देश्य राज्य के विद्यार्थियों को सशक्त बनाना है।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को कड़े मानदंडों को पूरा करना होगा।

लाभान्वितों की संख्या और वर्गीकरण
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के तहत 1,000 विद्यार्थियों को लाभ मिल रहा है। इन लाभार्थियों को जाति और शिक्षा बोर्ड के आधार पर विभाजित किया गया है।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अंतर्गत
- अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के लिए – 144 विद्यार्थी (कक्षा 10वीं) + 144 विद्यार्थी (कक्षा 12वीं) = कुल 288 विद्यार्थी
- अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए – 336 विद्यार्थी (कक्षा 10वीं) + 336 विद्यार्थी (कक्षा 12वीं) = कुल 672 विद्यार्थी
सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के अंतर्गत
- अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के लिए – 3 विद्यार्थी (कक्षा 10वीं) + 3 विद्यार्थी (कक्षा 12वीं) = कुल 6 विद्यार्थी
- अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए – 7 विद्यार्थी (कक्षा 10वीं) + 7 विद्यार्थी (कक्षा 12वीं) = कुल 14 विद्यार्थी
इस योजना के तहत मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना लाभान्वित छात्र संख्या 1,000 है। SC/ST छात्रों के लिए SC/ST छात्रों के लिए पुरस्कार वितरण पर विशेष ध्यान दिया गया है।
प्रोत्साहन पुरस्कार राशि
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के तहत, चुने हुए विद्यार्थियों को 15,000 रुपए मिलते हैं। उन्हें एक प्रमाण पत्र भी दिया जाता है। यह पुरस्कार एक बार मिलता है और फिर नहीं मिलता।
इस योजना का उद्देश्य छात्रों को पढ़ाई में प्रोत्साहित करना है। सरकार उन्हें भविष्य के लिए मदद करती है।
यह प्रयास छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए शिक्षा में अधिक निवेश करते हैं।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना पुरस्कार राशि का उद्देश्य छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।
“यह योजना छात्रों को अपने सपनों को साकार करने में मदद करती है और उन्हें अपनी शिक्षा में और अधिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है।”

मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
आवश्यक दस्तावेज़
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना में भाग लेने के लिए, आपको कुछ दस्तावेज देने होंगे। इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- मूल निवासी प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- 10वीं या 12वीं की मार्कशीट की फोटोकॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाते का विवरण
आपके पास इन सभी दस्तावेजों की प्रतियां होनी चाहिए। इन्हें आवेदन के दौरान देना जरूरी है।
“मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के माध्यम से, हम छत्तीसगढ़ के युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित और सशक्त बना रहे हैं।”– श्री भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आपको अधिकृत वेबसाइट पर जाना होगा। वहां जानकारी और दस्तावेज अपलोड करें। इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, इसलिए समय से पहले तैयारी करें।
महत्वपूर्ण जानकारी और लिंक
छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लिए कई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वे आधिकारिक वेबसाइट http://eduportal.cg.nic.in/login.aspx पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यहां मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का लिंक मिलेगा।
लाभार्थियों की जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर भी है। आप https://shiksha.cg.nic.in और schoolscholarship.cg.nic.in पर जाकर देख सकते हैं।
इस योजना में हर साल 1,000 विद्यार्थियों का चयन होता है। इसमें 300 अनुसूचित जाति और 700 अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी शामिल हैं। चुने हुए विद्यार्थियों को 15,000 रुपये का स्कॉलरशिप दिया जाता है।
योजना में भाग लेने के लिए, विद्यार्थियों को कुछ दस्तावेज देने होंगे। इसमें आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, मार्कशीट, और फोटो शामिल हैं।
महत्वपूर्ण लिंक | विवरण |
---|---|
http://eduportal.cg.nic.in/login.aspx | मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन करने का लिंक |
eduportal.cg.nic.in | स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट, जहां लाभार्थियों की जानकारी उपलब्ध है |
https://shiksha.cg.nic.in | स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट, जहां लाभार्थियों की जानकारी उपलब्ध है |
schoolscholarship.cg.nic.in | छात्रवृत्ति पोर्टल, जहां लाभार्थियों की जानकारी उपलब्ध है |
इस प्रकार, विद्यार्थी मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना में शामिल होने के लिए कई जानकारी और लिंक का उपयोग कर सकते हैं। ये संसाधन उन्हें योजना के बारे में जानकारी देंगे और आवेदन प्रक्रिया को आसान बनाएंगे।
विद्यार्थियों के लिए लाभ
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना छत्तीसगढ़ के छात्रों को बहुत कुछ देती है। 15,000 रुपये की एक मुश्त प्रोत्साहन राशि और प्रमाण पत्र दिया जाता है। यह पुरस्कार एक बार मिलता है और फिर नहीं मिलता है।
इस योजना का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा जारी रखने में मदद करना है। एससी/एसटी छात्रों के लिए भी यह लाभ है। यह उन्हें भी मदद करता है।
इस राशि से छात्रों का मनोबल बढ़ता है। वे अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होते हैं। यह योजना छत्तीसगढ़ के छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है।

“इस योजना ने मुझे अपनी शिक्षा को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है। यह मुझे आर्थिक रूप से मदद करता है और मुझे अपने सपनों को साकार करने में मदद मिलती है।”
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना – एक उदाहरण
छत्तीसगढ़ के रमेश एक अनुसूचित जनजाति से हैं। उन्होंने 12वीं में 80% अंक लेकर शीर्ष पर पहुंचे। उन्हें 15,000 रुपये और प्रमाण पत्र मिले।
इस योजना का उद्देश्य है कि अनुसूचित वर्ग के विद्यार्थी शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करें। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे शुरू किया है।
रमेश की सफलता दिखाती है कि यह योजना कैसे मदद करती है। यह विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करती है।
“मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना ने मेरी शिक्षा जारी रखने में अहम भूमिका निभाई है। यह पुरस्कार मेरे लिए न केवल आर्थिक सहायता है, बल्कि मेरे प्रयासों का मान्यता भी है।”
– रमेश, 12वीं कक्षा के विद्यार्थी
यह उदाहरण दिखाता है कि यह योजना कैसे मदद करती है। यह आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करती है।
अन्य सहायक योजनाएं
छत्तीसगढ़ सरकार ने अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, और राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना शामिल हैं।
- पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
- प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना
- राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना
ये योजनाएं छात्रों को शिक्षा और वित्तीय सहायता देती हैं। केंद्र सरकार भी कई रोजगार प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है। इनमें मुख्यमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान, प्रधान मंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना, और प्रधान मंत्री मुद्रा योजना शामिल हैं।
- मुख्यमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान (PMGKRA)
- प्रधान मंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (PMRPY)
- प्रधान मंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
- प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)
- राष्ट्रीय अपरेंटिस प्रोमोशन स्कीम (NAPS)
इन योजनाओं का उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के साथ, ये योजनाएं छत्तीसगढ़ के छात्रों और युवाओं को भविष्य की ओर ले जाती हैं।
“शिक्षा ही एक ऐसी शक्ति है जो व्यक्ति को सशक्त बनाती है और समाज को समृद्ध करती है।”
पुरस्कार प्राप्त करने की प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के तहत पुरस्कार प्राप्त करने के लिए, मेरिट सूची में शामिल छात्रों को आवेदन करना होता है। उन्हें आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा। राज्य स्तरीय स्वीकृति प्राधिकरण द्वारा आवेदनों की जांच की जाती है।
स्वीकृति प्राधिकरण
स्वीकृत आवेदकों को 15,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलती है। उन्हें एक प्रमाण पत्र भी दिया जाता है। यह प्रक्रिया बहुत महत्वपूर्ण है।
- कुल पहचाने गए थीम: 9
- प्रत्येक थीम के लिए आवंटित अंक: 10
- चयन प्रक्रिया के लिए न्यूनतम आवश्यक अंक: 45
- पुरस्कार के लिए प्रथम पुरस्कार राशि: 35 लाख
- पुरस्कार के लिए द्वितीय पुरस्कार राशि: 30 लाख
- पुरस्कार के लिए तृतीय पुरस्कार राशि: 20 लाख
- पुरस्कार के लिए चौथा पुरस्कार राशि: 15 लाख
- पुरस्कार के लिए पांचवां पुरस्कार राशि: 10 लाख
पुरस्कार राशि विभिन्न प्रोजेक्ट्स के लिए उपयोग की जा सकती है। जैसे कि सद्भाव लेन, ग्रामीण बाज़ार, विज्ञान भवन, और बहुत कुछ।

“इस योजना के तहत मेरिट सूची में शामिल छात्रों को आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा और राज्य स्तरीय स्वीकृति प्राधिकरण द्वारा इन आवेदनों की जांच और स्वीकृति की जाएगी।”
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना – संक्षिप्त विवरण
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक बड़ी पहल है। यह योजना अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए है।
इस योजना के तहत, 10वीं और 12वीं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को 15,000 रुपये मिलते हैं। उन्हें एक प्रमाण पत्र भी दिया जाता है।
इस योजना से 1,000 छात्रों को लाभ होगा। 336 छात्र अनुसूचित जाति से हैं, 144 अनुसूचित जनजाति से। 500 छात्र सामान्य श्रेणी से हैं।
इसके अलावा, 10-10 छात्र CBSE और ICSE से हैं।
इस योजना का उद्देश्य है कि अर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा में आगे बढ़ने का मौका दें। विशेषकर अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को मदद मिलती है।
उन्हें 15,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है। यह उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद करती है।
FAQs
क्या मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना क्या है?
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार ने शुरू की है। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति और जनजाति के मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करना है।
योजना का उद्देश्य और कार्यक्षेत्र क्या है?
यह योजना छत्तीसगढ़ के मेधावी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए है। यह सम्पूर्ण राज्य में लागू है।
योजना के तहत पात्रता मानदंड क्या हैं?
आवेदक छत्तीसगढ़ का मूल निवासी होना चाहिए। उन्हें अनुसूचित जाति या जनजाति वर्ग में शामिल होना चाहिए।
आवेदक को 10वीं या 12वीं में 60% अंक प्राप्त करने होंगे।
लाभान्वितों की संख्या और वर्गीकरण क्या है?
1,000 विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। जाति और बोर्ड के आधार पर पुरस्कार दिए जाएंगे।
प्रोत्साहन पुरस्कार राशि क्या है?
प्रत्येक विद्यार्थी को 15,000 रुपये मिलेंगे। यह एकमुश्त पुरस्कार है।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें। स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर भी जानकारी है।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लिए कौन से दस्तावेज आवश्यक हैं?
मूल निवासी प्रमाण पत्र और आधार कार्ड आवश्यक हैं। आय प्रमाण पत्र और मार्कशीट की फोटोकॉपी भी जरूरी हैं।
पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, जाति प्रमाण पत्र और बैंक खाते का विवरण भी देना होगा।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी कहां मिलेगी?
स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जानकारी है। वेबसाइट https://shiksha.cg.nic.in और छात्रवृत्ति पोर्टल पर भी जानकारी है।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के लाभ क्या हैं?
चुने हुए छात्रों को 15,000 रुपये मिलेंगे। यह पुरस्कार एकमुश्त है।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का एक उदाहरण दें।
रमेश ने 12वीं में 80% अंक प्राप्त किए। उन्हें 15,000 रुपये का पुरस्कार मिला।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के साथ अन्य कौन सी योजनाएं हैं?
छत्तीसगढ़ सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। जैसे पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति और प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति।
पुरस्कार प्राप्त करने की प्रक्रिया क्या है?
मेरिट सूची में शामिल छात्रों को आवेदन करना होगा। उनके आवेदन की जांच की जाएगी।
स्वीकृत आवेदकों को 15,000 रुपये मिलेंगे।
मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना का संक्षिप्त विवरण क्या है?
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को प्रोत्साहित करना है।
10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को 15,000 रुपये का पुरस्कार मिलेगा।