Atal Vayo Abhyuday Yojana (अटल वयो अभ्युदय योजना) के तहत वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए विशेष लाभ दिए जाएंगे।
भारत सरकार ने “अटल वयो अभ्युदय योजना” शुरू किया है। यह योजना वृद्ध लोगों की जिंदगी में सुधार करने के लिए है।
इस योजना से वृद्ध लोगों को वित्तीय, स्वास्थ्य, आवास और सामाजिक सुरक्षा मिलती है। इससे वे स्वतंत्र और सम्मानपूर्ण जीवन जी सकते हैं।

भारत में वृद्ध लोगों की संख्या बढ़ रही है। 1951 में 1.98 करोड़ वृद्ध थे।
2001 में यह संख्या 7.6 करोड़ हो गई। 2011 में यह 10.38 करोड़ तक पहुंच गया।
2036 तक, भारत में वृद्ध लोगों की संख्या 23 करोड़ हो सकती है। यह कुल जनसंख्या का 14.9% होगा।
अटल वयो अभ्युदय योजना का परिचय
भारत में वृद्ध लोगों की संख्या बढ़ रही है। 1951 में यह संख्या 1.98 करोड़ थी। 2011 में यह 10.38 करोड़ हो गई। 2036 तक यह 23 करोड़ तक पहुंच सकती है।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के कारण यह वृद्धि हो रही है। वृद्ध नागरिकों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन देना एक बड़ा काम है।
भारत में वृद्धों का सम्मान पहले भी था। लेकिन अब संयुक्त परिवार कम हो रहे हैं। वृद्ध अक्सर उपेक्षित महसूस करते हैं।
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए, भारत सरकार ने अटल वयो अभ्युदय योजना शुरू की है।
“अटल वयो अभ्युदय योजना” का उद्देश्य वृद्ध नागरिकों को वित्तीय, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, वृद्धों को निःशुल्क स्वास्थ्य देखभाल और पोषण मिलेगा। उन्हें आवास, कौशल विकास, जीवन शैली और पुनर्रोजगार के लिए भी सुविधाएं मिलेंगी।
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्धों को सम्मानजनक जीवन देने का लक्ष्य रखती है। इस योजना के तहत, वृद्धों के लिए कई सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध हैं।
अटल वयो अभ्युदय योजना के उद्देश्य
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों की मदद करने के लिए बनाई गई है। यह उन्हें खाना, पानी, घर, स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा देती है। ताकि वे खुश और सम्मानपूर्ण जीवन जी सकें।
यह योजना वृद्ध लोगों को अपनी क्षमता को दिखाने का मौका भी देती है।
वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना
इस योजना के तहत, वृद्ध लोगों को वित्तीय सहायता मिलती है। 288.08 करोड़ रुपये का अनुदान दिया गया है।
विकलांग और अपंग वृद्ध लोग भी इस योजना के लाभार्थी हैं। उन्हें सहायता उपकरण भी दिए जाते हैं।
स्वास्थ्य देखभाल और पोषण सुनिश्चित करना
वृद्ध लोगों को स्वास्थ्य देखभाल और पोषण की सुविधाएं मिलती हैं। उन्हें सरकारी पुष्टि और वित्तीय सहायता मिलती है।

अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों को सुरक्षा और देखभाल देती है। ताकि वे स्वतंत्र और सम्मानपूर्ण जीवन जी सकें।
अटल वयो अभ्युदय योजना की महत्वपूर्ण विशेषताएं
अटल वयो अभ्युदय योजना भारत सरकार ने शुरू की है। यह वृद्ध लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें वित्तीय, स्वास्थ्य और सामाजिक मदद शामिल है।
- वृद्ध नागरिकों को आवास की व्यवस्था: इस योजना से डेढ़ लाख से अधिक वृद्ध लोगों को घर मिल गया है।
- वित्तीय सहायता: इस योजना के लिए 288.08 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। इससे वृद्ध लोगों को आर्थिक मदद मिलती है।
- स्वास्थ्य और पोषण सेवाएं: वृद्ध लोगों के लिए स्वास्थ्य और पोषण की विशेष सुविधाएं दी जाती हैं।
- आजीविका और कौशल विकास: योजना में वृद्ध लोगों के लिए रोजगार और कौशल विकास के कार्यक्रम हैं।
इन विशेषताओं से अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह उनके जीवन में सुधार लाती है।
“अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह उन्हें वित्तीय, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा देती है। इससे उनका जीवन बेहतर होता है।”
विशेषताएं | विवरण |
---|---|
आवास | देश भर में लगभग डेढ़ लाख से अधिक वृद्ध नागरिकों को वृद्ध ग्रहों में आवास प्रदान किया जा रहा है। |
वित्तीय सहायता | हाल के वर्षों में लगभग 288.08 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। |
स्वास्थ्य और पोषण | योजना के माध्यम से वृद्ध नागरिकों को स्वास्थ्य देखभाल और पोषण सुनिश्चित किया जाता है। |
आजीविका और कौशल विकास | योजना में वृद्ध नागरिकों के लिए आजीविका और कौशल विकास पहलों पर ध्यान दिया गया है। |
वृद्ध नागरिकों के लिए आवास एवं कल्याण
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत कुछ देती है। इसमें आवास और कल्याण की सुविधाएं शामिल हैं। दो मुख्य भाग हैं – एकीकृत कार्यक्रम और राज्य कार्य योजना।
एकीकृत कार्यक्रम
एकीकृत कार्यक्रम वृद्ध लोगों को कई चीजें देता है। इसमें आवास, स्वास्थ्य देखभाल और मनोरंजन शामिल हैं। यह उन्हें सम्मानित और सक्षम बनाने का काम करता है।
राज्य कार्य योजना
राज्य कार्य योजना में राज्य सरकारें वृद्ध लोगों के लिए योजनाएं लाती हैं। इसमें आवास, स्वास्थ्य देखभाल, पोषण और सामाजिक सुरक्षा शामिल हैं। राज्य स्तर पर वृद्ध लोगों के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
वृद्ध नागरिक आवास की विशेषताएं | एकीकृत कार्यक्रम के फायदे |
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सुरक्षित और समृद्ध वातावरण कुशल देखभाल और पोषण सुविधाएं मनोरंजन और सामाजिक गतिविधियां | वृद्ध नागरिकों को सम्मानित और सशक्त बनाना स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी सक्रिय और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना |
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत कुछ देती है। यह उनकी जिंदगी में सुधार करती है।

राष्ट्रीय वयोश्री योजना
राष्ट्रीय वयोश्री योजना (Rashtriya Vayoshri Yojana) अटल वयो अभ्युदय योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह योजना विकलांग और अशक्त वृद्ध लोगों को मदद करती है।
इस योजना के तहत, लोगों को अपने दिनभर की गतिविधियों को आसानी से करने के लिए उपकरण दिए जाते हैं।
पिछले नौ वर्षों में, लगभग 8,48,841 उपकरण 1,57,514 लोगों को दिए गए हैं। ये उपकरण 130 शिविरों में वितरित किए गए हैं।
इस योजना के लिए, 140.34 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
इसके अलावा, एल्डरलाइन हेल्पलाइन योजना के लिए 82.68 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह हेल्पलाइन 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काम करती है।
यह हर दिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक वरिष्ठ नागरिकों की मदद करती है।
इस तरह, राष्ट्रीय वयोश्री योजना वृद्ध लोगों को सशक्त बनाती है। यह उनकी स्वतंत्रता और समावेश को बढ़ावा देती है।
“राष्ट्रीय वयोश्री योजना वृद्ध नागरिकों के जीवन को आसान और स्वतंत्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।”
स्वास्थ्य और पोषण: वृद्ध नागरिकों के लिए पोषण अभियान
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत कुछ करती है। इसमें ‘पोषण अभियान’ नामक कार्यक्रम है। यह वृद्ध लोगों को पर्याप्त पोषण देने का काम करता है।
इस तरह, वे स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं।
माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक विशेष अधिनियम बनाया गया है। यह अधिनियम उन्हें सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं देता है।
इसके अलावा, वृद्धावस्था पेंशन योजना से वित्तीय सहायता मिलती है।
पोषण अभियान के तहत, 3.5 लाख वृद्ध नागरिकों को 10,000 पहचाने गए ग्राम पंचायतों में पोषक भोजन प्रदान करने का लक्ष्य है। लगभग 2.40 लाख लोगों को स्वास्थ्य शिविरों में मदद मिली है।
इन शिविरों में जरूरतमंद लोगों को जरूरी वस्तुएं दी गईं।
वृद्ध लोगों के लिए कई पहलें चलाई जा रही हैं। राष्ट्रीय वयोश्री योजना, एल्डरलाइन हेल्पलाइन, और वृद्ध देखभाल कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं।
इन पहलों से वृद्ध लोगों को व्यक्तिगत देखभाल और वित्तीय सहायता मिल रही है।
“अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित है – चाहे वह आवास, खाना, स्वास्थ्य देखभाल या गरिमापूर्ण मानवीय संवाद हो।”
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत कुछ करती है। पोषण अभियान उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करने में मदद करता है।

वृद्ध नागरिकों के लिए आजीविका और कौशल विकास पहल
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत, वृद्ध नागरिकों के लिए काम किया जा रहा है। उनके लिए आजीविका और कौशल विकास के पहल शुरू किए गए हैं।
इन पहलों का उद्देश्य वृद्ध लोगों को उत्पादक बनाना है। उन्हें विभिन्न कौशल सिखाए जाते हैं। ताकि वे अपना खुद का काम कर सकें और समाज में योगदान दे सकें।
भारत में 2050 तक वृद्ध लोगों की संख्या बढ़ेगी। इसलिए, उनके लिए आजीविका और कौशल विकास के पहल बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इन पहलों के तहत, वृद्ध लोगों को कौशल सिखाया जाता है। ताकि वे अपना खुद का काम कर सकें और समाज में योगदान दे सकें।
इन कौशल विकास पहलों का लक्ष्य वृद्धजनों को निम्न कार्यों में प्रशिक्षित करना है:
- व्यावसायिक कौशल विकास
- परिवहन और सहायक उपकरणों का उपयोग
- व्यक्तिगत देखभाल और स्वच्छता
- पोषण और स्वास्थ्य सुरक्षा
- भावनात्मक और मानसिक कल्याण
इन पहलों से वृद्ध लोग आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाते हैं। वे समाज में भी सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।
“वृद्धजनों का सशक्तीकरण और उनके लिए आजीविका के अवसर पैदा करना अटल वयो अभ्युदय योजना का मुख्य उद्देश्य है।”
अटल वयो अभ्युदय योजना: वृद्ध नागरिकों की पुनः रोजगार सुविधा
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों को रोजगार देती है। ‘सीनियर एबल सिटीजंस फॉर री-एम्प्लॉयमेंट इन डिग्निटी (SACRED)’ नामक घटक से वे सेवानिवृत्ति के बाद भी काम कर सकते हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है और वे सम्मानपूर्ण जीवन जी सकते हैं।
केन्द्र सरकार ने वृद्ध लोगों के लिए ₹279 करोड़ का फंड दिया है। इस योजना से 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वृद्ध नागरिक लाभान्वित होंगे। जिन्हें बच्चे नहीं हैं या जिन्हें बच्चों ने घर से निकाल दिया है।
इस योजना से वृद्ध लोगों को आर्थिक सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, और पोषण मिलेगा। उन्हें पुनः रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इससे उनका सम्मानपूर्ण जीवन सुनिश्चित होगा।
लाभ | विशिष्टता |
---|---|
पेंशन | 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वृद्ध नागरिक पात्र |
चश्मे, सुनवाई यंत्र, दांत | वृद्धावस्था की चुनौतियों को सम्बोधित करना |
वॉकर, व्हीलचेयर | गतिशीलता में सहायता |
पुनः रोजगार | सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए अवसर |
इस योजना से वृद्ध लोग सम्मानपूर्ण जीवन जी सकते हैं। उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। वे पुनः रोजगार के साथ समाज में सक्रिय रहेंगे।

“अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध नागरिकों को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर प्रदान करती है। यह उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करते हुए, उन्हें पुनः रोजगार के अवसर भी देती है।”
समाज पुनर्गठन के लिए वृद्ध स्वयं सहायता समूह
अटल वयो अभ्युदय योजना ने वृद्धों के लिए स्वयं सहायता समूह बनाए हैं। ये समूह समाज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। वृद्ध नागरिक एक-दूसरे की मदद करते हैं और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
स्वयं सहायता समूहों की कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं:
- समाज में वृद्ध नागरिकों के सामाजिक एकीकरण को बढ़ावा देना
- आर्थिक रूप से कमजोर वृद्धों के लिए आय-सृजन गतिविधियों को प्रोत्साहित करना
- वृद्धों के लिए स्वास्थ्य, पोषण और सामाजिक देखभाल सुविधाओं में सुधार लाना
- वृद्धों द्वारा अपने अनुभव और कौशल को साझा करने का मंच प्रदान करना
इन समूहों की गतिविधियों से वृद्ध स्वयं सहायता समूह समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बन गए हैं। ये समूह समाज पुनर्गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे वृद्धों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करते हैं।
“स्वयं सहायता समूहों से वृद्ध लोगों को सशक्त बनाने और समाज में उनकी भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलती है।”
सिल्वर इकोनॉमी को बढ़ावा देना
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए कुछ खास कर रही है। यह योजना उन्हें विशेष उत्पाद और सेवाएं दे रही है। इससे वृद्ध लोगों को मदद मिलती है और एक नई आर्थिक गतिविधि शुरू होती है।
भारत में वृद्ध लोगों की संख्या बढ़ रही है। 2050 तक, 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या 22% हो जाएगी। 2025 तक, भारत में 158 मिलियन और 2050 तक 319 मिलियन वृद्ध लोग होंगे।
वृद्ध लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए उत्पाद और सेवाएं बन रही हैं। इसमें स्वास्थ्य देखभाल, पोषण, वित्तीय सुरक्षा और मनोरंजन शामिल हैं। ये उत्पाद और सेवाएं वृद्ध लोगों को मदद करती हैं और नए व्यावसायिक क्षेत्रों को जन्म देती हैं।
सिल्वर इकोनॉमी वृद्ध लोगों के जीवन में सुधार लाएगी। यह उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को भी बेहतर बनाएगा। साथ ही, यह नए रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।

अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण अपना रही है। यह उनकी जरूरतों को पूरा करती है और सिल्वर इकोनॉमी को बढ़ावा देती है। इससे वृद्ध लोगों को और समाज को भी फायदा होगा।
सीएसआर कोष का उपयोग वृद्ध देखभाल के लिए करना
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत, वृद्ध लोगों की देखभाल के लिए सीएसआर कोषों का उपयोग किया जाता है। कंपनियां वृद्ध लोगों के लिए योजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित की जाती हैं। यह उन्हें मदद और सहायता देता है।
एशियन पेंट्स लिमिटेड ने अपने लाभ का 2% सीएसआर पहलों में लगाया है। इसमें वृद्ध देखभाल जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
सरकार ने NGO डार्पन पंजीकरण और 12A और 80G प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों को अनिवार्य बनाया है। यह सीएसआर परियोजनाओं में भाग लेने के लिए गैर-सरकारी संगठनों को मदद करता है।
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत, वृद्धजनों को मिलने वाले लाभ बढ़ गए हैं। धन का उपयोग भी बढ़ गया है। यह सीएसआर कोष के महत्व को दर्शाता है।
वर्ष | लाभार्थी | कुल वितरित धनराशि (करोड़ रुपये में) |
---|---|---|
2019-20 | 1.2 लाख | 52 |
2020-21 | 1.8 लाख | 76 |
2021-22 | 2.4 लाख | 98 |
सीएसआर कोष वृद्ध लोगों के लिए स्वास्थ्य, आवास और कल्याण सेवाएं प्रदान करता है। यह उनकी जिंदगी में सुधार करता है।

“सीएसआर कोष का उपयोग वृद्ध नागरिकों के हित में किया जाना चाहिए। यह उनके स्वास्थ्य, आश्रय और सामाजिक सुरक्षा को बेहतर बनाने में मदद करेगा।”
वृद्ध नागरिकों के कल्याण के लिए जागरूकता और क्षमता निर्माण
अटल वयो अभ्युदय योजना वृद्ध लोगों के लिए बहुत कुछ कर रही है। सरकार ने उनके लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए काम किया है।
विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को शिक्षित किया जा रहा है। इससे बुजुर्ग लोगों की समस्याओं के बारे में जानने में मदद मिलेगी।
सरकार ने वृद्ध लोगों की देखभाल के लिए भी काम किया है। संस्थाओं और व्यक्तियों को उनकी देखभाल में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
FAQs
क्या है अटल वयो अभ्युदय योजना?
अटल वयो अभ्युदय योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। यह वृद्ध नागरिकों के जीवन में सुधार करने के लिए है। इसमें वित्तीय, स्वास्थ्य, आवास और सामाजिक सुरक्षा की व्यवस्था की गई है।
भारत में वृद्ध नागरिकों की जनसंख्या कितनी है और इसमें क्या बदलाव आया है?
भारत में वृद्ध नागरिकों की संख्या बढ़ रही है। 1951 में यह 1.98 करोड़ थी। 2011 में यह 10.38 करोड़ हो गई। 2036 तक यह 23 करोड़ तक पहुंच सकता है।
अटल वयो अभ्युदय योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य वृद्ध नागरिकों को सुरक्षित और स्वस्थ जीवन देना है। इसमें वित्तीय सहायता, स्वास्थ्य देखभाल और आवास की व्यवस्था की गई है।
अटल वयो अभ्युदय योजना की प्रमुख विशेषताएं क्या हैं?
इस योजना की विशेषता है वित्तीय सहायता और आवास प्रदान करना। देश भर में 288.08 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत वृद्ध नागरिकों के लिए क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं?
इसमें आवास और कल्याण सुविधाएं शामिल हैं। वृद्ध नागरिकों को स्वास्थ्य देखभाल और मनोरंजन के लिए भी सुविधाएं दी जाती हैं।
राष्ट्रीय वयोश्री योजना क्या है?
यह योजना विकलांग और अशक्त वृद्धों के लिए है। इसमें सहायक उपकरण प्रदान किए जाते हैं।
वृद्ध नागरिकों के स्वास्थ्य और पोषण के लिए क्या किया जा रहा है?
अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत वृद्धों के लिए पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य पर्याप्त पोषण प्रदान करना है।
वृद्ध नागरिकों के लिए आजीविका और कौशल विकास पहल क्या हैं?
इस योजना के तहत वृद्धों को आजीविका और कौशल विकास के अवसर दिए जाते हैं। उन्हें विभिन्न कौशल प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं।
अटल वयो अभ्युदय योजना में वृद्ध नागरिकों को पुनः रोजगार के अवसर कैसे प्रदान किए जाते हैं?
‘सीनियर एबल सिटीजंस फॉर री-एम्प्लॉयमेंट इन डिग्निटी’ नामक घटक के माध्यम से वृद्धों को रोजगार मिलता है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
वृद्ध नागरिकों के लिए स्वयं सहायता समूह का क्या प्रयोजन है?
स्वयं सहायता समूह वृद्धों के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये समूह समाज को संवेदनशील बनाते हैं। वृद्ध एक-दूसरे की मदद करते हैं।
अटल वयो अभ्युदय योजना का ‘सिल्वर इकोनॉमी’ से क्या संबंध है?
इस योजना का उद्देश्य वृद्धों के लिए विशिष्ट उत्पाद और सेवाएं विकसित करना है। इसमें उनकी जरूरतों को ध्यान में रखा जाता है।
वृद्ध नागरिकों की देखभाल के लिए सीएसआर कोषों का क्या उपयोग किया जाता है?
कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) कोषों का उपयोग वृद्धों की देखभाल के लिए किया जाता है। कंपनियां वृद्धों के कल्याण के लिए योजनाएं चलाती हैं।
वृद्ध नागरिकों के कल्याण के लिए जागरूकता और क्षमता निर्माण पर क्या किया जा रहा है?
वृद्धों के लिए जागरूकता और क्षमता निर्माण पर ध्यान दिया जाता है। इसका उद्देश्य समाज को संवेदनशील बनाना है।