No #1 Platform For Job Updates

Join us on Telegram

Join Now

Join us on WhatsApp

Join Now

Bhartiya Sanskriti Gyan Pariksha 2024 | भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024: रजिस्ट्रेशन शुरू, जानें सिलेबस और तैयारी के टिप्स!

टेबल ऑफ़ कंटेंट छूपाये

Bhartiya Sanskriti Gyan Pariksha 2024 (भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू। सिलेबस, परीक्षा तिथि और तैयारी के टिप्स यहां प्राप्त करें।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 बहुत महत्वपूर्ण है। यह परीक्षा भारतीय संस्कृति और इसके महत्व पर केंद्रित है। यह देशभर के लोगों को अपने ज्ञान को बढ़ाने का मौका देती है।

इस परीक्षा से लोग भारतीय मूल्यों, परंपराओं और विरासत से जुड़ सकते हैं।

परीक्षा 9 नवंबर 2024 को होगी। पंजीकरण 9 अक्टूबर 2024 तक खुला रहेगा।

गायत्री शक्ति पीठ द्वारा आयोजित होने वाली यह परीक्षा विजेताओं को पुरस्कार देगी।

तहसील स्तर पर 350 रुपये, जिला स्तर पर 1000 रुपये और राज्य स्तर पर 3500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा क्या है?

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा एक राष्ट्रीय परीक्षा है। यह भारत की संस्कृति, इतिहास, धर्म, परंपराओं और मूल्यों को जानने का मौका देती है। यह परीक्षा देश की गहरी समझ बढ़ाने में मदद करती है।

भारतीय संस्कृति और इसके महत्व की जानकारी

भारतीय संस्कृति का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमारी पहचान और मूल्यों को परिभाषित करता है।

यह हमारी धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करता है। भारतीय संस्कृति में समावेशिता, सहिष्णुता और आध्यात्मिकता जैसे मूल्य हैं। ये हमारे समाज को एकजुट और सामंजस्यपूर्ण बनाते हैं।

विषयजानकारी
परीक्षा शुल्कसभी विद्यालयों के लिए प्रति छात्र 50.00 रुपये है।
पाठ्यपुस्तकेंकक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए पुस्तक प्रेषण की उसी राशि में सात पाठ हैं।
प्रश्नपत्र प्रारूपOMR उत्तर पत्रक में कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों के लिए वस्तुनिष्ठ बहुविकल्प प्रकार का प्रश्नपत्र है।
परीक्षा केंद्र4.00 रुपये प्रति छात्र की दर से अध्ययन केंद्र में रखकर शेष राशि 46.00 रुपये को परीक्षा कार्यालय को भेजना है।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा भारत की विविध और समृद्ध संस्कृति के महत्व को प्रमाणित करती है। यह परीक्षा छात्रों और समाज में भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता और गर्व को बढ़ावा देती है।

कुरुक्षेत्र स्थित राष्ट्रीय कार्यालय

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का राष्ट्रीय कार्यालय कुरुक्षेत्र, हरियाणा में है। यह स्थान भारतीय संस्कृति और विरासत का महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां परीक्षा का आयोजन, पंजीकरण और प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी है।

कुरुक्षेत्र में नॉरमल पादुक कार्यालय है, जो शांति और पर्यावरण के अनुकूल है। यह पृथ्वी, वायु, जल और आकाश के संतुलन का प्रतीक है। यहां उपलब्ध सुविधाएं और संसाधन परीक्षार्थियों को अच्छा अनुभव देते हैं।

कार्यालय की स्थापना 2020 में हुई थी। अब यह भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का केंद्रीय नोडल एजेंसी है। यह परीक्षा के लिए जिम्मेदार है और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देता है।

कुरुक्षेत्र में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा कार्यालय देश भर के प्रतिभागियों को आकर्षित करता है। यह कार्यालय देश भर में कई संबद्ध कार्यालयों के साथ समन्वय स्थापित करता है।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 के लिए पाठ्यक्रम

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 का पाठ्यक्रम कक्षा 4 से मध्यमा स्तर तक है। इसमें भारतीय संस्कृति, इतिहास, धर्म, परंपराएं और मूल्य शामिल हैं। छात्र भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जानेंगे।

कक्षा 4 से लेकर मध्यमा स्तर तक की पाठ्यसामग्री

छात्रों को अपनी कक्षा के अनुसार पुस्तकें डाउनलोड करनी होंगी। यह संस्कृति अध्ययन पाठ्यक्रम की तैयारी के लिए है।

  1. कक्षा 4: “भारतीय संस्कृति का परिचय”
  2. कक्षा 5: “भारतीय संस्कृति की विविधता”
  3. कक्षा 6: “भारतीय धर्मों और परंपराओं का अध्ययन”
  4. कक्षा 7: “भारतीय इतिहास और महत्वपूर्ण घटनाएं”
  5. कक्षा 8: “भारतीय संस्कृति के मूल्य और मान”
  6. मध्यमा स्तर: “भारतीय सभ्यता का विकास”

इस परीक्षा पाठ्यक्रम में भारतीय संस्कृति, धर्म, परंपराएं, मूल्य और इतिहास का विस्तार से अध्ययन किया जाएगा। छात्र अपने देश की समृद्ध विरासत को पूरी तरह से समझेंगे।

कक्षापुस्तक का नाम
4“भारतीय संस्कृति का परिचय”
5“भारतीय संस्कृति की विविधता”
6“भारतीय धर्मों और परंपराओं का अध्ययन”
7“भारतीय इतिहास और महत्वपूर्ण घटनाएं”
8“भारतीय संस्कृति के मूल्य और मान”
मध्यमा स्तर“भारतीय सभ्यता का विकास”

इस प्रकार, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 की पाठ्यसामग्री कक्षा 4 से मध्यमा स्तर तक है। यह छात्रों को भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराएगी।

ऑनलाइन संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रक्रिया

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 अब ऑनलाइन होगी। उम्मीदवारों को पहले पंजीकरण करना होगा। फिर, वे निर्धारित समय पर ऑनलाइन परीक्षा देंगे।

परीक्षा में बहुत सारे प्रश्न होंगे। इनमें बहुविकल्पीय प्रश्न और अन्य प्रश्न शामिल हैं। उम्मीदवारों को इन प्रश्नों का ऑनलाइन उत्तर देना होगा।

ऑनलाइन परीक्षा भारतीय संस्कृति और धरोहर के बारे में जानकारी देगी। यह परीक्षा भारतीय संस्कृति को समझने और प्रोत्साहित करने के लिए है।

  1. पंजीकरण प्रक्रिया में उम्मीदवारों को अपने व्यक्तिगत विवरण और संपर्क जानकारी दर्ज करनी होगी।
  2. परीक्षा शुल्क का भुगतान ऑनलाइन गेटवे के माध्यम से किया जाएगा।
  3. परीक्षा का स्थान और समय उम्मीदवारों को ऑनलाइन माध्यम से सूचित किया जाएगा।
  4. परीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को ऑनलाइन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
  5. परीक्षा के परिणाम भी ऑनलाइन घोषित किए जाएंगे।

ऑनलाइन संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रक्रिया सुविधाजनक है। यह भारतीय संस्कृति के बारे में जानकारी देगी।

संक्षेप में, ऑनलाइन संस्कृति ज्ञान परीक्षा भारतीय संस्कृति को समझने का एक अच्छा तरीका है। यह परीक्षा उम्मीदवारों को अपने ज्ञान का परीक्षण करने का मौका देती है।

परीक्षा प्रक्रियाविवरण
पंजीकरणउम्मीदवारों को अपने व्यक्तिगत विवरण और संपर्क जानकारी दर्ज करनी होगी।
परीक्षा शुल्क भुगतानपरीक्षा शुल्क का भुगतान ऑनलाइन गेटवे के माध्यम से किया जाएगा।
परीक्षा का स्थान और समयपरीक्षा का स्थान और समय उम्मीदवारों को ऑनलाइन माध्यम से सूचित किया जाएगा।
परीक्षा प्रश्नों के उत्तरपरीक्षा के दौरान उम्मीदवारों को ऑनलाइन प्रश्नों का उत्तर देना होगा।
परीक्षा परिणामपरीक्षा के परिणाम भी ऑनलाइन घोषित किए जाएंगे।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के लाभ

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफल होने से व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर लाभ होता है। यह परीक्षा हमारी संस्कृति और मूल्यों को समझने में मदद करती है। साथ ही, देशभक्ति और गर्व भी बढ़ता है।

व्यक्तिगत लाभ

  • भारतीय संस्कृति और इसके गहरे मूल्यों को समझना
  • देशप्रेम और गर्व का भाव बढ़ना
  • भारतीय ज्ञान और विरासत से जुड़ाव महसूस करना
  • भारतीय समाज और संस्कृति से गहरी जुड़ाव बनाना

सामाजिक लाभ

  1. भारतीय संस्कृति और विरासत को बनाए रखने में योगदान देना
  2. दूसरों को भारतीय संस्कृति से अवगत कराना और इसके महत्व को समझाना
  3. देश की एकता और सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना
  4. भारतीय मूल्यों और परंपराओं के प्रचार-प्रसार में सहयोग करना

संस्कृति ज्ञान परीक्षा के माध्यम से व्यक्ति और समाज दोनों को लाभ होता है। यह परीक्षा हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

“भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफलता प्राप्त करना एक व्यक्ति के लिए न केवल व्यक्तिगत गर्व का विषय है, बल्कि समाज और देश के लिए भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।”

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण होगा। उम्मीदवारों को sanskritolympiad.in पर जाकर पंजीकरण करना होगा। इसमें दस्तावेज, शुल्क भुगतान और अन्य जानकारी शामिल होगी।

संस्कृति ज्ञान परीक्षा के लिए पंजीकरण की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • पंजीकरण प्रक्रिया संस्कृत ओलंपियाड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
  • छात्रों को पंजीकरण पूरा करने के बाद लॉगिन क्रेडेंशियल मिलेंगे।
  • छात्रों को परीक्षा केवल एक बार ही देने की अनुमति है।
  • एक विशिष्ट समय-सीमा दी जाएगी, लेकिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक लॉग इन किया जा सकता है।
  • परीक्षा के लिए अंतिम लॉग इन शाम 5 बजे तक स्वीकार किया जाएगा।

पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज और शुल्क भुगतान की जानकारी वेबसाइट पर होगी। छात्रों को इन जानकारियों का ध्यान से पालन करना होगा।

पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद, छात्र भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 में भाग लेने के लिए तैयार होंगे।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफल होने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं। इन टिप्स का ध्यान रखकर आप अपनी तैयारी को बेहतर बना सकते हैं। आप अच्छे नतीजे प्राप्त कर सकते हैं।

  1. पाठ्यक्रम को ध्यान से पढ़ें और समझें: परीक्षा पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से पढ़ें और समझें। इससे आप परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति और स्तर को समझ सकेंगे।
  2. संबंधित पुस्तकों और सामग्री का अध्ययन करें: परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों पर संदर्भ पुस्तकों और ऑनलाइन सामग्री का अध्ययन करें। यह आपको अपने ज्ञान को गहरा और व्यापक बनाने में मदद करेगा।
  3. अभ्यास प्रश्नों का अभ्यास करें: परीक्षा के पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों और अभ्यास प्रश्नों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है। यह आपको परीक्षा की प्रारूप और प्रश्नों के स्तर से परिचित कराएगा।
  4. समय-प्रबंधन का ध्यान रखें: परीक्षा में समय का प्रबंधन बेहद महत्वपूर्ण है। अपने अध्ययन और अभ्यास के लिए एक निर्धारित समय सारणी बनाएं और उसका सख्ती से पालन करें।
  5. मॉक टेस्ट का अभ्यास करें: परीक्षा से पहले कुछ मॉक टेस्ट देकर अपने ज्ञान को परखें। यह आपको अपनी तैयारी का आकलन करने और सुधार करने में मदद करेगा।

इन टिप्स का पालन करके आप संस्कृति ज्ञान परीक्षा तैयारी में सफलता पा सकते हैं। आप परीक्षा के लिए अच्छी तरह तैयार हो सकते हैं।

“भारतीय संस्कृति एक समृद्ध और विविध धरोहर है, जिसका अध्ययन और समझ हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण है।”

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा परिणाम की घोषणा

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 के परिणाम जल्द ही घोषित होंगे। परिणाम वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। सफल उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार दिए जाएंगे।

परीक्षा के संस्कृति ज्ञान परीक्षा परिणाम में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु हैं:

  • परीक्षा में 210 स्कूलों ने भाग लिया।
  • जूनियर कैटेगरी में श्रेया मिश्रा और कृष्णा गोपाल मिश्रा ने 90% अंक हासिल किए।
  • सूर्यांश अग्रवाल ने सीनियर कैटेगरी में 100% अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया।
  • जूनियर कैटेगरी में साधना कुशवाहा ने प्रथम स्थान हासिल किया।
  • अक्षय प्रताप ने सीनियर कैटेगरी में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

भारतीय संस्कृति के बारे में छात्रों को जानने के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी।

कैटेगरीप्रथम स्थानस्कूलप्राप्तांक
जूनियरश्रेया मिश्राLittle Flower Convent Senior Secondary School, Puvayan90%
जूनियरकृष्णा गोपाल मिश्राGTV Academy, Banda90%
सीनियरसूर्यांश अग्रवालTaxila Public School100%
जूनियरसाधना कुशवाहाGP Inter College, Rausar Kauthi
सीनियरअक्षय प्रताप

यह दिखाता है कि परीक्षा परिणाम घोषणा में छात्रों ने अच्छा काम किया। यह संस्कृति ज्ञान परीक्षा परिणाम की सराहना करता है।

Bhartiya Sanskriti Gyan Pariksha 2024 का महत्व

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 देश की समृद्ध संस्कृति को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण है। यह परीक्षा युवाओं को अपने देश के साथ जोड़ती है। यह देश के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह युवाओं को संस्कृति और मूल्यों से परिचित कराती है।

परीक्षा का महत्व और आवश्यकता निम्नलिखित तरीकों से समझी जा सकती है:

  • भारतीय संस्कृति का संरक्षण और प्रचार: यह परीक्षा हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूकता और प्रेम को बढ़ावा देती है। इससे युवाओं में अपने देश और संस्कृति के प्रति गर्व का भाव जागृत होता है।
  • व्यक्तिगत और सामाजिक विकास: परीक्षा में प्रश्नों के माध्यम से भारतीय मूल्यों और संस्कृति के बारे में गहन ज्ञान प्राप्त करना, व्यक्ति को आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से जागरूक बनाता है।
  • भविष्य की पीढ़ी का संरक्षण: यह परीक्षा युवा पीढ़ी को देश की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ती है, जिससे वे अपने मूल्यों और परंपराओं को आगे बढ़ा सकें।

समस्त देश के छात्रों के लिए संस्कृति ज्ञान परीक्षा का महत्व अत्यधिक है। यह न केवल हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बचाए रखता है, बल्कि भारतीय युवा पीढ़ी में देशभक्ति और समाज सेवा के भाव को भी जागृत करता है।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के प्रचार के लिए प्रयास

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया, मीडिया विज्ञापन, स्कूलों और कॉलेजों में प्रचार के साथ-साथ गृह-गृह जाकर जागरूकता फैलाने का काम किया जा रहा है। लोगों को इस परीक्षा के महत्व और लाभों के बारे में बताया जा रहा है।

संस्कृति ज्ञान परीक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई तरीके अपनाए जा रहे हैं:

  • सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैलाया जा रहा है जागरूकता
  • स्कूलों और कॉलेजों में परीक्षा के बारे में प्रचारित किया जा रहा है
  • गृह-गृह जाकर लोगों में परीक्षा के बारे में जानकारी दी जा रही है
  • मीडिया एवं प्रिंट विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को परीक्षा से अवगत कराया जा रहा है

इन प्रयासों से यह देखा जा रहा है कि लोगों में संस्कृति ज्ञान परीक्षा के महत्व को समझने की दिशा में काफी उत्साह है।

“भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता है और इस परीक्षा के माध्यम से हम इसे हकीकत में बदल सकते हैं।”

लोगों को इस परीक्षा के लाभों के बारे में भी बताया जा रहा है। संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रचार के माध्यम से भारतीय संस्कृति के महत्व को समझाया जा रहा है। इससे लोग इस परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

परीक्षा प्रचार के प्रमुख पहलू

  1. सोशल मीडिया पर तेज़ प्रचार
  2. स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान
  3. गृह-गृह जाकर प्रचार और जानकारी प्रसार
  4. मीडिया और प्रिंट विज्ञापनों का प्रयोग

इन सभी प्रयासों से भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के महत्व को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इस परीक्षा में भाग लेने के लिए उन्हें प्रेरित करने का काम किया जा रहा है।

बच्चों को भारतीय संस्कृति के बारे में शिक्षित करने का महत्व

भारतीय संस्कृति और परंपराओं को आगे की पीढ़ियों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। बच्चों को संस्कृति के बारे सिखाने से वे अपने देश और विरासत से जुड़ते हैं। बच्चों को संस्कृति शिक्षा देने से भारतीय मूल्यों का संरक्षण भी होता है।

भविष्य की पीढ़ी के लिए भारतीय मूल्यों का संरक्षण

संस्कृति शिक्षा बच्चों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करती है। यह उन्हें अपनी पहचान और उसका महत्व समझने में मदद करती है। संस्कृति शिक्षा का महत्व भारतीय मूल्यों और परंपराओं को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण है।

  • बच्चों को भारतीय संस्कृति के बारे में शिक्षित करना राष्ट्रीय पहचान और गौरव का विकास करता है।
  • संस्कृति शिक्षा भारतीय मूल्यों और परंपराओं को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में मदद करती है।
  • बच्चों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना जागृत करना संस्कृति शिक्षा का महत्वपूर्ण उद्देश्य है।

बच्चों को संस्कृति शिक्षा देने से वे अपनी पहचान और देश के प्रति गर्व महसूस करते हैं। यह भारतीय मूल्यों का संरक्षण करने में भी मदद करता है। यह उन्हें अपने सांस्कृतिक वैभव से परिचित कराता है।

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के बारे में अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024 में कई महत्वपूर्ण बिंदु हैं। इसमें विभिन्न कक्षाओं के लिए अलग पाठ्यक्रम होंगे। यह सुनिश्चित करेगा कि हर स्तर के छात्रों का संस्कृति का ज्ञान मापा जा सके।

इस परीक्षा में प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। उम्मीदवार सीधे आवेदन कर सकते हैं।

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र मिलेंगे। यह उनके प्रोत्साहन को बढ़ाएगा। परीक्षा के नतीजे पारदर्शी ढंग से घोषित किए जाएंगे।

संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफलता व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण है। यह उम्मीदवारों को भारतीय मूल्यों से जोड़ेगा। वे अपनी पहचान को मजबूत करेंगे और भविष्य में भी इन मूल्यों को महत्व देंगे।

Author

  • Sunny Shah

    My name is Sunny Shah, and I am a professional content writer with 3 years of experience specializing in the Education and Vacancy, Tech categories. I am deeply passionate about exploring new advancements in the technical industry and love sharing my knowledge and experiences on Biharhelp.com.in.

    View all posts

Related Posts

OnePlus Nord 2 Pro 5G

गरीबों के बजट में लॉन्च हुआ OnePlus का तगड़ा 5G फ़ोन, 12GB रैम तथा 32MP सेल्फ़ी कैमरा के साथ मिलेगा सुपर फास्ट चार्जर

Vivo V26 Pro 5G

लॉन्च हुआ Vivo का प्रीमियम 5G स्मार्टफ़ोन, 12GB रैम, 256GB स्टोरेज के साथ मिलेगा 100W का सुपर फास्ट चार्जर

Premiums in Insurance

What Are Premiums in Insurance? A Comprehensive Guide to Understanding Insurance Costs in 2025

Leave a Comment

Bihar Help Logo

हमारी कहानी: बिहार हेल्प की शुरुआत एक simple idea से हुई – “क्या हो अगर बिहार के हर नागरिक को सही जानकारी और मार्गदर्शन आसानी से मिल जाए?”

Disclaimer: biharhelp.com.in सरकारी Website नहीं है और न ही इसका किसी सरकारी मंत्रालय या विभाग से कोई संबंध है।